फासी के फंदे से झुली विवाहित, बच्चों के सर से उठा माता का ममता.
फांसी लगा कर महिला ने की आत्महत्या
सराय ख्वाजा के जेठपुरा गांव का मामला,तीन बच्चों के सिर से हटा ममता का आंचल
पत्रकार नितिन श्रीवास्तव
(जौनपुर):
सरायख्वाजा थाना क्षेत्र के जेठपुरा गांव में तीन बच्चों की मां ने पारिवारिक कलह के चलते अपने ही घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर लिया।पुलिस तफ्तीश में जुट गई है।फिलहाल परिवार के किसी पक्ष ने अभी तक पुलिस को कोई तहरीर नहीं दी है।
जेठपुरा गांव निवासिनी राधिका यादव 40 वर्ष पत्नी बृजेश यादव शुक्रवार की देर शाम भोजन करने के बाद एक दूसरे से बातचीत किया।इसके बाद बृजेश घर से थोड़ा दूर खेत में बने नए मकान पर सोने के लिए चला गया। राधिका तीनों बच्चों को घर के बाहर द्वार पर लिटा दिया और स्वयं घर के अंदर चली गई।शनिवार की सुबह बृजेश नए मकान से जब घर आया तो देख बच्चे इधर-उधर टहल रहे हैं और घर का दरवाजा बंद है।बृजेश ने अपनी माता फूलपत्ती से पूछा कि राधिका कहां है? माता फूलपत्ती ने जवाब दिया कि अभी तक तो दिख ही नहीं और दरवाजा तो बंद दिख रहा है।नजदीक जाकर बृजेश ने देखा कि घर के अंदर से दरवाजा बंद है।उसने बाहर से कई बार आवाज लगाई लेकिन अंदर से कोई आवाज नहीं आई। दरवाजा खटखटाने लगा, तब पर भी अंदर से राधिका ने दरवाजा नहीं खोला।इसके बाद बृजेश ने खिड़की तेज आवाज लगाई और देखा कि अंदर राधिका कपड़े से फांसी का फंदा बनाकर झूल रही थी। उसने मामले की जानकारी
तत्काल आसपास के लोगों वह अपनी ससुराल रूपीपूरा (मुबारकपुर) थाना खुटहन को दिया।जब परिवार व पुलिस के लोग इकट्ठा हो गए तब जाकर दरवाजा तोड़कर शव नीचे उतारा गया।राधिका की शादी 14 वर्ष पूर्व हुई थी।जिसकी दो पुत्री अंशिका 11 वर्ष, चाहत सात वर्ष और एक पुत्र अंकुर छह वर्ष हैं।